वॉल स्ट्रीट जर्नल से शुरु हुए विवाद के बीच अंखी दास ने दिल्ली साइबर सेल में दर्ज कराया अपना बयान

अंखी दास(Ankhi Das)
इनके करियर की बात करे तो वर्तमान में ये फेसबुक इंडिया में 2011 से साउथ एंड सेंट्रल एशिया पब्लिक पॉलिसी डायरेक्टर के तौर पर कार्यरत हैं, इससे पहले अंखी माइक्रोसॉफ्ट में 2004 तक पब्लिक पॉलिसी हेड रह चुकी है। बता दे अंखी न्यूज़ अखबारों के लिए लेख लिखती रही हैं, उन्होंने इंडियन एक्सप्रेस के अंग्रेजी अखबार कॉलमनिस्ट लेखकों की सूची में मौजूद है और अमेरिकी अख़बार हफ़िंग्टन पोस्ट के भारतीय एडिशन भी उन्होंने आर्टिकल भी लिखे है।
कहा से शुरु हुआ विवाद
विवाद(controversy) का मुख्य कारण अमेरिकी अख़बार वॉल स्ट्रीट जर्नल(Wall Street Journal) छापी गई एक रिपोर्ट है, रिपोर्ट में कहा गया है फेसबुक इंडिया की साउथ एंड सेंट्रल एशिया पब्लिक पॉलिसी डायरेक्टर अंखी दास ने अपने स्टाफ से बीजेपी नेताओं की पोस्ट्स को न हटाने के लिए कहा है, उनके मुताबिक ऐसा करने से कंपनी के भारत में कारोबार पर असर पड़ेगा। रिपोर्ट में टी राजा सिंह द्वारा की गई एक पोस्ट का हवाला भी दिया गया है, वॉल स्ट्रीट जर्नल की माने तो फेसबुक के इंटरनल स्टाफ ने निर्णय लिया था की खतरनाक व्यक्ति एवं संस्थाओं वाली पॉलिसी के अंतर्गत टी राजा सिंह पर प्रतिबन्ध लगा देना चाहिए।
क्यों दर्ज कराया अंखी ने बयान
WSJ(Wall Street Journal) की रिपोर्ट के बाद अंखी को धमकियां मिलने लगी हैं, उन्होंने शिकायत में कहा की जब से WSJ ने रिपोर्ट जारी की है तबसे उन्हें लोगो के द्वारा फेसबुक(Facebook) और ट्विटर पर धमकियां दी जा रही है। पोस्टिंग और कंटेंट जो की ऑनलाइन किये जा रहे है उनसे उनकी जान को खतरा है। अपना बयान दर्ज कराते समय अंखी ने कुछ फेसबुक और ट्विटर के अकाउंट के लिंक भी पुलिस को सौपे है और अपने परिवार के लिए पुलिस प्रोटेक्शन भी मांगी है। दिल्ली के नीतिबाग निवासी अंखी दास ने रविवार रात्रि दक्षिणी दिल्ली(Delhi) के सीआर पार्क थाने मैं अपना बयान(Statement) दर्ज कराया था।
It is a matter of Facebook controversy police should investigate the case